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Monday, 11 July 2011

अछूत : वे कौन थे और अछूत कैसे बन गए ? - डॉ बी आर अम्बेडकर

डॉ बाबासाहेब द्वारा लिखित यह पुस्तक  अछूतों की उत्पत्ति , उनकी दुर्दशा , उनके सामाजिक बहिष्कार जैसे तमाम पहलुओं की व्याख्या करती है | मूल रूप से यह अंग्रेजी में लिखी गयी | यह पुस्तक अंग्रेजी में तो इन्टरनेट पर उपलब्ध है, लेकिन पिछले कुछ सालों से ढूढने पर भी हिंदी में यह पुस्तक कही नहीं मिली थी | लेकिन अब इस पुस्तक को हिंदी ने इन दो ब्लोगों "अछूत कौन थे" (http://whowereuntouchables.blogspot.com) और "Bitter things, but Real Talk" (http://jaisudhir.blogspot.com) पर पढ़ा जा सकता है |
यहाँ पर भी यह पुस्तक अलग-अलग अध्यायों की लिंक्स के साथ प्रस्तुत है | आशा है प्रयास पसंद आएगा |

अछूत : कौन और कैसे बने ?  
-डॉ बी आर अम्बेडकर
प्रस्तावना
भाग 1: तुलनात्मक सर्वेक्षण
अध्याय 1: गैर हिन्दुओं में छुआछूत
अध्याय 2 : हिन्दुओं में छुआछूत
भाग 2: आदतन समस्या
अध्याय 3: अछूत गाँव के बाहर क्यों रहते हैं?
अध्याय 4: क्या अछूत छितरे व्यक्ति हैं?
अध्याय 5 : क्या ऐसे समानान्तर मामले हैं?
अध्याय 6: छितरे लोगों की अलग बस्तियां अन्यत्र कैसे विलुप्त हो गयीं ?
भाग 3: अछूतों की उत्त्पति का पुराना सिद्धांत
अध्याय 7: छुआछूत की उत्पत्ति का आधार - नस्ल का अंतर
अध्याय 8: छुआछूत की व्यवसायजन्य उत्पत्ति
भाग 4: अछूतों की उत्पत्ति का नया सिद्धांत
अध्याय 9 : बौद्धों का अपमान - छुआछूत का मूलाधार
अध्याय 10 : गोमांस भक्षण - छुआछूत का मूलाधार
भाग 5: नए सिद्धांत और कुछ कठिन सवाल
अध्याय 11 : क्या हिन्दू कभी गोमांस नहीं खाते थे?
अध्याय 12 : गैर ब्राह्मणों ने गोमांस खाना क्यों छोड़ा ?
अध्याय 13 : ब्राह्मण शाकाहारी क्यों बने?
अध्याय 14 : गोमांस भक्षण से छितरे व्यक्ति अछूत कैसे बने ?
भाग 6: छुआछूत और इसकी उत्पत्ति की तिथि
अध्याय 15 : अपवित्र और अछूत
अध्याय 16 : छितरे लोग अछूत कब बने?


इस हिंदी पुस्तक को यथासमय व यथा शीघ्र PDF के रूप में भी कम्पाइल करने का प्रयास करेंगे जिससे इसे डाउनलोड करके सहेजा जा सके | आपके सहयोग के लिए धन्यवाद ! 



2 comments:

  1. Dear All,

    Please be aware that we have no share in MEDIA at all

    Muslims have :-peace TV and Q TV broadcasting in india
    Hindus have: Astha,Sanskar and many more
    Cristians have GOD tv broadcasting
    JAINs have ZAIN TV
    Sikhs have their own many channels like etc punjabi

    But unfortunately there is no channel for Buddhism and Ambedikarism

    We need this channed to accelerate our mission of Upliftmenting out peoples

    Please be aware and Let Other Aware .We are going to start nation wide agitation Soon

    This government had suppressed Buddhism,Our Language Pali Prakrit is nowhere in syllabus
    and it is not taught anywhere....Baudh Literature inaccessable to common man

    Such ignorance cant be tollerated
    Regards


    S. Jileraj
    http://jatav.blogspot.com/

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